रिक्शा चला कर बने हेडमास्टर, फिर जब रिटायर हुए तो रिटायरी में मिले 40 लाख रुपए गरीब बच्चों में बांट दिए
दोस्तो आपने बहुत पे देखा होगा की कर्म ही पूजा लिखा हुआ है. लेकिन ऐसा बहुत ही कम लोग कर पाते है. दोस्तों मानव सेवा से बढ़कर कोई भी सेवा नही होती है. जैसा की आप सब जानते ही है की हमारे देश में माता पिता को भगवान का दर्जा दिया गया है. जो की …