Overview:
* बलिया लाल शुभम मयंक सिंह ने सीधे सेना में बना लेफ्टिनेंट
* ख़ुशी से मां के आंखो से बहते रहे आंसू
जीवन में हर कोई लोग चाहते है की पढ़ लिखर कुछ अच्छा करे जिससे वह अपने आगे के जीवन को खुशहाल रह सके मगर यह सपना बहुत कम लोगों को ही साकार होता है. आज के इस आर्टिकल में हम एक सक्सेस जीवन के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने अपने मेहनत के बदौलत सीधे सेना में बना है लेफ्टिनेंट. आपको बता दे की यह कहानी है उतरप्रदेश राज्य के बलिया जिले के रहने वाले शुभम मयंक सिंह की कहानी है.
शुभम मयंक सिंह ने अपने मेहनत के बदौलत सीधे सेना में लेफ्टिनेंट बना है लेफ्टिनेंट के पद स्थापित करने के बाद जब यह अपने गावं के स्टेशन पर पहुंचे तो पुरे इनके गावं के लोगों नो इनको फुल माला से स्वागत किया और पुरे गावं के लोगों के आखों से ख़ुशी के आसूं निकल गई. सबसे खास बात तो यह रहा की जब शुभम मयंक सिंह के माँ को यह पता चला की तेरा बेटा सीधे सेना में लेफ्टिनेंट बना है तब उनकी माँ के आखों से ख़ुशी के आसूं निकलती रह गई है.
शुभम मयंक सिंह उतर प्रदेश राज्य के बलिया के नगरा कुरेजी का रहने वाला है. इनके माँ का नाम मंजू देवी थी जो गावं के ही प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका है. शुभम मयंक सिंह का बचपन से ही मेरा सपना था की में अच्छे से पढ़ लिखकर सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहता था. इसके लिए शुभम मयंक सिंह ने पढाई के साथ अपने फिटनेस पर खूब मेहनत की जिसके बदौलत शुभम मयंक सिंह मां बाप के आशीर्वाद से सीधे सेना में लेफ्टिनेंट बन गया.
शुभम मयंक सिंह ने अपनी शुरुआती पढाई गांव से ही पूरी की उसके बाद शुभम मयंक सिंह ने सेना में जाने के लिए सैनिक स्कूल बालाचड़ी गुजरात से पढ़ाई की. उसके बाद शुभम मयंक सिंह ने कभी हार नहीं माना और एनडीए की परीक्षा भी सफल किया. उसके बाद उन्होंने अपनी पूरी मेहनत से सेना में सीधे लेफ्टिनेंट का पद हासिल करने में भी सफल हुआ. शुभम मयंक सिंह का यह सफलता कहानी आने वाले युवाओं के लिए काफी उत्तेजित कहानी है.