IAS Success Story: दोस्तों यूपीएससी की परीक्षा एक ऐसी कठिन परीक्षा है. जिसे पास करने में कई सारे लोग अपना पूरा जीवन बिता देते हैं. लेकिन फिर भी बहुत सारे लोगों को यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल नहीं हो पाते हैं. तो वहीं कुछ लोग अपनी कड़ी मेहनत से पढ़ाई करके यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं.
गांव से निकलकर बने IAS
ऐसे ही दोस्तों एक कहानी उत्तराखंड के मसूरी शहर के एक छोटे से गांव के रहने वाले आईएसस विभाकर पाल (IAS Vibhakar Pal) की है. जिन्होंने लगातार चार बार यूपीएससी की परीक्षा में हो गए थे फेल. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने अपना हिम्मत नहीं हारा और फिर से अपनी कड़ी मेहनत से पढ़ाई कर साल 2022 की यूपीएससी की परीक्षा के पांचवें प्रयास में सफलता हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गए.
IAS Vibhakar Pal ने UPSC की परीक्षा में हासिल किया 521वां रैंक
आईएएस विभाकर पाल (IAS Vibhakar Pal) ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा 12वीं तक की पढ़ाई मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री के बालवाड़ी से ही पूरा किया. और उसके बाद उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल कर युपीएससी की परीक्षा की तैयारी में जुट गए. हालांकि उनको यूपीएससी की परीक्षा में लगातार चार बार असफलताओं का भी सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने साल 2022 के यूपीएससी की परीक्षा के पांचवे प्रयास में 521वां रैंक हासिल कर अपने माता-पिता सहित पूरे उत्तराखंड का नाम रौशन कर दिया.
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आईएएस विभाकर पाल (IAS Vibhakar Pal) के पिता का नाम पवन पाल (Pawan Pal) है. जो अकादमी में एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के पद पर तैनात है. एवं उनकी एक बहन भी है. जिसकी नाम कृतिका पाल (Kritika Pal) है. जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर रुडकी में सहायक अभियंता के पद पर तैनात है. दोस्तों इसी तरह की एक कहानी हरियाणा राज्य की कैथल जिले के रहने वाली आईएएस कनिका गोयल (IAS Kanika Goyal) की है. जिन्होंने अपनी 10 साल की कड़ी मेहनत से यूपीएससी के परीक्षा में सफलता हासिल कर आईएएस अधिकारी बनी थी.