blank 38 2

यूपी में बरेली के गरेम गांव की महिलाओं की कहानी कुछ ऐसी है. गांव में पानी की किल्लत को देखते हुए यहां की महिलाओं ने खुद तालाब खोदकर एक मिसाल कायम की है. खास बात यह कि गांव के रोजगार मित्र ने गांव की महिलाओं को खेती, दुकान व सिलाई कढ़ाई समेत अन्य कार्यों में मदद की पेशकश की थी. मगर महिलाओं ने तालाब की खोदाई का काम चुना.

Also read: बिहार में 1431.36 करोड़ से बनेगी फोरलेन सड़क, इन जिलों से गुजरेगी सड़क

महिलाओं ने रोजगार मित्र से कहा कि गर्मी का मौसम आने वाला है. ऐसे में गांव में तालाब का होना जरूरी है. यही कारण है कि हम तालाब की खोदाई का काम करना चाहते हैं. इसके बाद गरेम गांव में तालाब के लिए जमीन का चुनाव किया गया और तालाब की खोदाई का काम शुरू हुआ, जिसमें गांव की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर काम किया. 30-35 महिलाओं का समूह अंतत: कड़ी मेहनत के बाद तालाब तैयार करने में सफल रहा.

Also read: मुजफ्फरपुर के साथ कई शहरों से दिल्ली के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेनें, जाने टाइमिंग और किराया

दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस तालाब की देख-रेख और संरक्षण का जिम्मा भी महिलाओं ने अपने कंधों पर लिया है. बस अब सबको बारिश का इंतजार है, ताकि गर्मी में पानी की दिक्कत न हो. 

Also read: बिहार के लिए चलेगी दर्जनों स्पेशल ट्रेन, जाने रुट के साथ किराया

Also read: मुजफ्फरपर, सहरसा, भागलपुर, और गया से दिल्ली के लिए ट्रेन, जाने टाइमिंग व किराया

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.