आज के समय में पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड के सबसे प्रभावशाली एक्टर्स की श्रेणी में आते हैं. लेकिन, यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने अच्छा-ख़ासा संघर्ष किया है
एक अख़बार को दिए इंटरव्यू में वो कहते हैं, “एक समय वो भी था जब मैं पूरी तरह से अपनी पत्नी की सैलरी पर निर्भर था. मुझे इस बात को अपनाने में कोई हर्ज़ या शर्म नहीं है.”
पंकज अपनी सफ़लता में सबसे बड़ा श्रेय अपने परिवार की महिलाओं, अपनी पत्नी और अपनी बेटी को देते हैं
वो मानते हैं कि उन दोनों ने उनकी ज़िन्दगी को बहुत हद तक प्रभावित किया. इससे पहले भी उन्होंने अपनी पत्नी और बेटी को श्रेय देते हुए कई किस्से सुनाये हैं
एक टॉक शो के दौरान उनकी पत्नी ने बताया कि पंकज ने फ़िल्मों में जिस तरह के पिता के किरदार निभाए हैं, वो असल ज़िन्दगी में भी वैसे ही हैं
जैसे ‘बरेली की बर्फ़ी’ में वो दोस्ताना व्यवहार वाले पिता बनते हैं, वैसे ही असल ज़िन्दगी में भी हैं. उसी तरह से वो केयरिंग और समझदार पार्टनर भी हैं
पंकज ने बहुत छोटी जगह से शुरुआत की लेकिन अलग-अलग मुद्दों पर उनकी राय स्पष्ट रहती है. वो ख़ुद को नारिवादी मानते हैं और इस बात पर ज़ोर देते हैं कि लड़कों को भी छोटी उम्र से ही नारीवाद और महिलाओं की इज़्ज़त करना सिखाना चाहिए
“मुझे लगता है कि पेरेंट्स अपनी बेटियों पर बहुत मेहनत करते हैं, उन्हें पल-पल ये सिखाया जाता है कि वो दूसरों के सामने ख़ुद को कैसे पेश करें, लेकिन इतनी मेहनत लड़कों पर नहीं की जाती. आज की शिक्षा में सिर्फ़ लड़कियों को नहीं, बल्कि लड़कों को भी सिखाया जाना चाहिए. फिर हमें अपनी बेटियों को ‘बचाने’ की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.”