blank 10 2

एक प्राइमरी स्कूल की टीचर गीता श्रीधर. मुंबई में रहकर जिंदगी चल रही थी कि पिता की तबीयत खराब हो गई. उनका काफी समय पिता की देखभाल में बीता. लेकिन, लंबी बीमारी के बाद पिता का निधन हो गया

Also read: सोने के भाव में बदलाव, चांदी भी चमकी, जाने आपके शहर में क्या है रेट

लेकिन, पिता की सेवा करने से जो मन में सेवाभाव उत्पन्न ही उसे गीता नहीं रोक पाईं और फिर लगीं जरूरतमंदों की सेवा करने. एक डॉक्टर के साथ पुणे के एक अनाथ आश्रम गईं, जहां 2 से 5 साल के वे बच्चे थे जो कैंसर से जूझ रहे थे

Also read: बिहार में सस्ता हुआ पेट्रोल, जाने आपके शहर में क्या है कीमत

Untitled design 91 5f2e7a3469f92

Also read: रांची में सस्ता हुआ सोना, जाने आपके शहर में क्या है कीमत

गीता को लगा कि इन बच्चों को आर्थिक मदद से ज्यादा इन्हें एक साथ की जरूरत है. वह साथ जो इनकी देखभाल कर सके. यहां के 28 बच्चों को लेकर गीता मुंबई गईं और एक फ्लैट में इन्हें रखा

Also read: ट्रेन में मिलेगी कंफर्म सिट, बिहार से दिल्ली के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन

बच्चों की कीमोथेरेपी चल रही थी और उनपर दवाओं के हैवी डोज का असर भी था

बच्चों के लिए गेम सेशंस, म्यूजिक क्लासेज से लेकर दूसरी गतिविधियों की शुरुआत की. धीरे-धीरे बच्चे उन्हें ‘गीतू मां’ कहने लगें.  वह पिछले 12 साल से इन बच्चों की सेवा में लगी हुई हैं.

फूड बैंक की शुरुआत

पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने एक फूड बैंक की भी शुरुआत की है. इसमें उनके साथ कई वॉलंटियर्स भी जुड़ गए हैं. वह हर संडे को गरीबों को खाना खिलाती हैं

उनका मानना है कि ईश्वर ने इंसान को एक दूसरे की मदद के लिए भेजा है. बस इसी लिए उनसे जितना बन पाता है वे दूसरों के लिए करती हैं

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.