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यूपीएससी की परीक्षा को अपने आप में सबसे कठिन और कड़ा एग्जाम माना जाता है | असंभव की भी एक न एक दिन शुरुआत करनी ही पड़ती है | और जब उसे सफलता मिलती है तो वही शख्स आने वाले पीढ़ी के लिए मार्ग दर्शन का कारण बनते हैं | जो भी IAS बनते है वो  लोगों के लिए मिसाल बन जाते हैं | आज हम बिहार (Bihar) की एक ऐसी बेटी की बात करेंगे, जिन्होंने अपने हौसलें को लोहा बनाकर UPSC 2020 की परीक्षा में 456वीं रैंक लाकर कामयाबी हासिल की है, और पूरे भारत मे सफलता का परचम लहराया है।

आपको बता दे की बिहार के श्वेता कुमारी अपने कामयाबी से काफी खुश है। परिवार के लोग भी श्वेता पर गर्व कर रहे हैं। पिता इस दुनिया को पहले ही अलविदा कह चुके हैं, बावजूद इसके श्वेता ने पूरी तन्मयता के साथ सेल्फ स्टडी से यूपीएससी की तैयारी की। श्वेता पटना में ही कैनेरा बैंक में जॉब करती है। श्वेता कहती है, जॉब और यूपीएससी की तैयारी दोनों एक साथ काफी मुश्किलों से भरा रहा।

पिता की सपना की पूरा :श्वेता ने UPSC 2020 की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपने पिता के सपनों को साकार किया है। उनकी मां गीता सिंह ने बताया कि, श्वेता के पिता का सपना था कि उनकी बेटी UPSC एग्जाम क्रैक करे। हालांकि अब उनके पिता स्वर्गीय अनिल सिंह इस दुनिया में नहीं है। आज उनकी बेटी ने उसके सपनों को साकार कर उनके मान-सम्मान को गौरवान्वित किया है।

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.