भारत के कई इलाकों में बाल-विवाह जैसी कुप्रथा आज भी विद्यमान है। कम उम्र में या फिर लङकियों को उनके लक्ष्य की प्राप्ति के पूर्व हीं शादी कर देना उनके सपनों को कुचल देने जैसा है।
आज बात बिहार की रहने वाली एक लड़की की जिसने यह प्रण लिया कि जब तक मैं UPSC पास कर IAS नहीं बनूंगी तब तक वैवाहिक बंधन में नहीं बंधूंगी।
2 बार असफलता से बिना डिगे अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर सफलता प्राप्त कीं।
हमारे देश में प्रतिभाशाली छात्रों और छात्राओं की कोई कमी नहीं है। उनमें से एक नाम है अभिलाषा का जो बिहार से नाता रखती हैं। उनकी संघर्ष की कहानी बेहद कठिनाईयों से भरी है।
लेकिन अभिलाषा ने ऐसा कुछ नहीं किया बल्कि उन्होंने अपने माता-पिता को शादी ना करने के लिए मनाया और उन्होंने यह संकल्प लिया कि जब तक वह आईएस नहीं बनेंगी तब तक शादी नहीं करेंगी।
इसके लिए उन्हें अपने माता-पिता को मनाने में बहुत सारी कठिनाईयां भी आईं। वह अपनी मेहनत से पहले इंजीनियर बनी फिर UPSC पास कर IAS बनी।
अभिलाषा शुरू से ही पढ़ने में तेज-तरार थीं। उन्होंने अपनी शिक्षा पटना से प्राप्त की है। उन्होंने दसवीं कक्षा की पढ़ाई सीबीएसई से किया और उसमे टॉप भी हुई। उन्होंने 12वीं की कक्षा में लगभग 84% अंक लाए।
आगे उन्होंने इंजीनियरिंग के परीक्षा की तैयारी शुरू कीं और बीटेक की पढ़ाई ए. एस.पाटील कॉलेज महाराष्ट्र से संपन्न की।
बीटेक के बाद किया नौकरी
अभिलाषा को सिर्फ पढ़ाई ही नही बल्कि खेल-कूद में भी रुचि रखतीं हैं। उन्होंने अपनी बीटेक की पढ़ाई सम्पन्न कर नौकरी किया।