एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) को अपना आदर्श मानने वाले बिहार के लाल आशुतोष कुमार (Ashutosh Kumar) ने पूरे देश का नाम रोशन किया है. बिहार के रहने वाले आशुतोष को ISRO में वैज्ञानिक के तौर पर चयनित किया गया है. आपको बता दूं कि बिहार के पूर्णिया जिला के एक गरीब माता-पिता के बेटे ने इसरो में साइंटिस्ट बन कर अपने माता-पिता ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का नाम रोशन किया है। आशुतोष ने अपने मेहनत और संघर्ष के बदौलत इसरो के साइंटिस्ट तक का सफर किया है। आपको जानकारी के लिए बता दूं कि आशुतोष ने अपने कार्य मेहनत के दम पर इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में देश भर में 22 स्थान रहे हैं।
आशुतोष को ISRO में वैज्ञानिक के तौर पर चयनित किया गया है. बिहार के आशुतोष को 22वां रैंक हासिल हुआ है. चयन को लेकर बात करते हुए आशुतोष ने बताया कि जॉइनिंग नवंबर तक होगी और उसके बाद विभाग काम का निर्धारण करेगी. आशुतोष की पढ़ाई बिहार के पूर्णिया जिला स्कूल से हुई है. इसके बाद आशुतोष ने बिहार से बाहर ओडिशा से B.TECH और IIT दिल्ली से M.TECH किया है. आशुतोष एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानते हैं.
जहां एक तरफ बिहार के लाल आशुतोष को इसरो में साइंटिस्ट बनने की खुशी है इसके साथ-साथ उनके परिजन ने भी काफी खुश है। वह कहते हैं कि बेटे पर यकीन है, कि वह एपीजे अब्दुल कलाम की तरह देश को आगे बढ़ाएंगे जानकारी के लिए बता दूं कि आशुतोष बिहार के पूर्णिया के चुनापुर निवासी पेशे से अधिवक्ता विनय प्रकाश झा के पुत्र हैं, आशुतोष ने बिहार के पूर्णिया जिला स्कूल से अपनी पढ़ाई की है।