देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक यूपीएससी (Union Public Service Commission) क्लीयर करना लगभग हर युवा का सपना होता है। हालांकि, इसमें सफलता चंद छात्रों को ही मिल पाती है। यूपीएससी 2020 में बिहार के लाल शुभम कुमार टॉपर (IAS Topper Shubham Kumar) बने। तीसरी कोशिश में उन्हें ये कामयाबी मिली। शुभम का घर कदवा प्रखंड के कुम्हरी गांव में है। इस तस्वीर से साफ पता चल रहा कैसे अपने अफसर बेटे से मिलने के लिए युवाओं के साथ-साथ हर उम्र के लोग जुट गए। अपने लाल के स्वागत के लिए ग्रामीणों ने ढोल-बाजे के साथ पूरी तैयारी कर रखी थी।
UPSC टॉप होने के बाद हर दिन किसी न किसी सभा और मंच पर सम्मानित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को यूपीएससी टॉपर शुभम कुमार को बिहार विधान परिषद में भी सम्मानित किया गया. बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने प्रतीक चिन्ह और शॉल देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर शुभम कुमार ने अपनी पुरानी यादों को साझा करते हुए चौंकाने वाला बयान दिया. शुभम ने बताया कि जब वह सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए पहली बार दिल्ली गए थे, तो मुखर्जी नगर में कई दिनों तक लोगों ने बिहारी के नाम पर मकान नहीं दिया था.
IAS टॉपर शुभम कुमार ने बताया कि लोग जब जानते कि बिहार से यहां आए हैं तो मकान देने से इंकार कर कर देते. लेकिन, यूपीएससी परीक्षा में बिहारी छात्रों के कीर्तिमान बनाने के साथ ही स्थिति बदल चुकी है. शुभम कुमार ने मित्रों से मिली खबरों के हवाले से कहा कि मुखर्जी नगर में अब लोग बिहारी छात्रों को अपने मकानों में डिस्काउंट ऑफर देकर रखना चाहते हैं. टॉपर होने के बाद यह सबसे सुखद बदलाव देखने को मिला है.