मानवता तार-तार हो गई और किसी का भी दिल नहीं पसीजा। रात भर उसके ऊपर से एक के बाद एक वाहन गुजरते रहे लेकिन कोई भी रुक कर यह जानने का प्रयास नहीं किया कि आखिर माजरा क्या है। पुलिस को भी सूचित करने की जहमत नहीं उठाई गई। जी हां, अभी तक हम और […]
मानवता तार-तार हो गई और किसी का भी दिल नहीं पसीजा। रात भर उसके ऊपर से एक के बाद एक वाहन गुजरते रहे लेकिन कोई भी रुक कर यह जानने का प्रयास नहीं किया कि आखिर माजरा क्या है। पुलिस को भी सूचित करने की जहमत नहीं उठाई गई। जी हां, अभी तक हम और […]