हर साल तकरीबन 3.8 मिलियन लोग इनडोर वायु प्रदूषण के कारण होने वाली स्ट्रोक, निमोनिया, सांस में तकलीफ और कैंसर जैसी बिमारियों के कारण समय से पहले ही मृत्यू का ग्रास बन जाते हैं। इन परिस्थितियों में अपने आस-पास ही इनडोर प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव को देखते हुए भुवनेश्वर की 23 वर्षीय एक इंजीनियर देबश्री […]