शादी के बाद पढ़ाई जारी रखना ज्यादातर लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है. वहीं, जब बात महिलाओं के लिए हो तो सोचना भी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में हरियाणा की रहने वाली पुष्पलता उन लोगों के लिए एक प्रेरणा बनकर सामने उभरी हैं. उन्होंने शादी के बाद ना सिर्फ अपने परिवार और बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारियों को बखूबी उठाया बल्कि यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में टॉपर की सूची में शामिल होकर लोगों के लिए नजीर पेश की हैं. आइए जानते हैं पुष्पलता ने ये सफलता कैसे हासिल की.
गांव में हुई शुरुआती शिक्षा
पुष्पलता का जन्म रेवाड़ी के एक छोटे से गांव खुशबुरा में हुआ था उनकी शुरुआती पढ़ाई इसी में हुई थी. बुनियादी सुविधाओं से वंचित गांव की शिक्षा ज्यादा बेहतर तो नहीं थी लेकिन पुष्पलता की पढ़ने की चाह ने उनको आगे पढ़ाई करने के लिए प्रेरणा दी. गांव की शुरुआती शिक्षा पूरी करने के बाद वो अपने रिश्तेदार के घर में रहकर पढ़ाई करने लगी. उन्होंने ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन की पढ़ाई घर से बाहर रहकर ही पूरी की.
इसके बाद एक प्राइवेट कंपनी में उनकी नौकरी लग गई. एक सामान्य परिवार की तरह नौकरी लगने के बाद उनकी शादी कर दी गई. शादी के बाद उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया. उनका इस नौकरी में मन नही लग रहा था. पुष्पलता ने इस कंपनी से इस्तीफा दे दिया. फिर वो स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर पर काम करने लगी. लेकिन उन्हें आईएएस के अलावा कुछ सूझ नहीं रहा था. उन्होंने 2015 में नौकरी से इस्तीफा दिया और तभी से सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू की.
पुष्पलता बताती हैं कि जिस दौरान वो नौकरी कर रही थी उस समय उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी. इसके बाद उन्हें दोबारा से पढ़ाई शुरू करनी पड़ी. जिससे उनको काफी दिक्कत मिली. लेकिन मेहनत और लगन के कारण उन्होंने 2017 में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. इस परीक्षा में उन्हें ऑल इंडिया 80 रैंक हासिल हुई थी.