बिहार में ट्रेन से सफर अब और भी आरामदायक होने वाला है. क्योंकि क्यूल-गया रेलखंड दोहरीकरण परियोजना के तहत नवादा से तिलैया के बीच बनी नई रेलखंड, जिसकी लंबाई 17 किलोमीटर है वह जल्द ही ट्रेन चलने वाली है.
दोस्तों यह नवनिर्मित रेल लाइन के निर्माण हो जाने से ग्रैंडकॉर्ड और मेन लाइन पर पड़ रहे भारी ट्रैफिक दबाव को कम करने में बहुत मदद करेगा. ध्यान देंने वाली यह है की 124 किलोमीटर लंबी किऊल-गया रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए साल 2015-16 में 1200 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी.
बता दे की बीते दिन पूर्वी सर्किल कोलकाता के रेल संरक्षा आयुक्त सुवोमय मित्रा ने इस रेलखंड का इंस्पेक्शन किया. जोकि अब उनकी तरफ से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. उनके हरी झंडी देते ही इस रूट पर ट्रेने चलने लगेगी.