राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जमानत पर जेल से रिहा हो चुके हैं। अभी वे नई दिल्ली स्थित बड़ी बेटी व राज्यसभा सदस्य मीसा भारतीय के आवास पर हैं। एक दिन पहले रविवार को करीब साढ़े तीन साल बाद लालू अपनी पार्टी के नेताओं से वर्चअल संवाद के सहारे मुखातिब तो हुए पर स्वास्थ्य कारणों से करीब तीन मिनट ही बोल पाए। कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए सोमवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश की बेहतरी के लिए एक अपील की है।
हमने तो बनाया था रिकॉर्ड
ट्विटर पर लालू यादव ने लिखा कि 1996-97 में हम समाजवादियों की देश में जनता दल की सरकार थी। तब मैं पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष था। लालू ने कहा कि तब हमने पोलियो टीकाकरण का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। उस वक्त आज जैसी सुविधा और जागरुकता भी नहीं थी, फिर भी 07 दिसंबर 1996 को 11.74 करोड़ शिशुओं और 18 जनवरी 1997 को 12.73 करोड़ शिशुओं को पोलियो का टीका दिया गया था। वह भारत का विश्व रिकॉर्ड था।
सरकार पैसा लेकर भी नहीं उपलब्ध करा पा रही टीका
राजद सुप्रीमो ने कहा कि उस दौर में वैक्सीन के प्रति लोगों में हिचकिचाहट व भ्रांतियां थीं लेकिन जनता दल नीत संयुक्त मोर्चे की समाजवादी सरकार ने दृढ़ निश्चय किया था कि पोलियो को जड़ से खत्म कर आने वाली नस्लों को इससे मुक्ति दिलायेंगे। आज दुख होता है कि तथाकथित विश्वगुरु सरकार अपने नागरिकों को पैसे लेकर भी टीका उपलब्ध नहीं करा पा रही है।
निःशुल्क दिया जाए कोरोना का टीका
लालू ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूं कि इस जानलेवा महामारी में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत पूरे देशवासियों को निःशुल्क टीका देने का ऐलान करें। राज्य और केंद्र के टीके की कीमत अलग-अलग नहीं होनी चाहिए। राज्यों से ही देश बनता है। ये केंद्र की जिम्मेदारी है कि देश के प्रत्येक नागरिक का चरणबद्ध समूचित टीकाकरण मुफ्त में हो।
साभार – dainikjagran