झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिलने और दिल्ली के एम्स (AIIMS) अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं. लंबे अरसे के बाद लालू यादव को सार्वजनिक जीवन मेंहोते देखा जा रहा है. इसकी शुरुआत वो रविवार को दोपहर में पार्टी के सभी विधायकों, विधान पार्षदों और वरीय नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से रूबरू होकर करेंगे.
लालू को बेल मिलने के बाद से बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है. आरजेडी के कई नेताओं के हाल-फिलहाल यह बयान देने कि बहुत जल्द बिहार में भी ‘खेला होबे’, से सूबे की सियासत गरमाने के आसार हैं. लालू यादव लंबे अरसे के बाद रविवार को अपनी पार्टी के विधायकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे तो आरजेडी नेताओं के लिए वो, बड़ा पल होने के साथ-साथ भावुक भी होगा.
‘बिहार में भी ‘खेला होबे’, चिंता मत कीजिए, बस इंतजार कीजिए’
आरजेडी के वरिष्ठ नेता और विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा, लालू यादव सिर्फ आरजेडी के नेता और अभिभावक ही नहीं हैं, बल्कि वो बिहार की जनता के सच्चे शुभचिंतक हैं. कोरोना काल में लालू यादव अपने सेहत की चिंता किए बिना पार्टी के नेताओं से बातचीत कर बिहार के हर जिले का हाल लेंगे, ताकि जनता को इस संकट की घड़ी में कैसे मदद पहुंचाई जा सके इसपर विचार हो. जो लोग लालू यादव के बाहर आने और उनकी बुलाई बैठक पर निशाना साध रहे हैं, वो आखिर क्यों बेचैन हैं. कोरोना वायरस खत्म होने दीजिए, बिहार में भी ‘खेला होबे’, चिंता मत कीजिए, बस इंतजार कीजिए.
वहीं, पार्टी के ही एक अन्य नेता और पूर्व विधायक शक्ति यादव ने कहा कि देश और बिहार को आज लालू यादव की विचारधारा की सख्त जरूरत है. लालू यादव अपने विधायकों और नेताओं से बातचीत कर बिहार की जनता को संकट की इस घड़ी में मदद दिलाने का जो निर्देश देंगे उसका हम पूरी मजबूती से पालन करेंगे.
साभार – News 18