अपने अंतिम संस्कार के लिए पैसे लेने बैंक पहुंची लाश, 3 घंटे के हंगामे के बाद मिले 10 हजार

पटना के एक गाँव में एक 60 साल के कुंवारे शख्स की मौत हो गई.

ये शख्स पटना के एक गांव में अकेला रहता था. जब पड़ोसी को शख्स की मौत का पता चला तब उसने अंतिम संस्कार करने के लिए उसके घर में पैसों की तलाश की, मगर उसे पूरे घर में कहीं भी पैसे नहीं मिले.

हालांकि उसे एक पासबुक मिला, जिससे मालूम चला कि मृतक शख्स के बैंक अकाउंट में 1 लाख रुपये हैं.

इसके बाद पड़ोसी फूलों से सजे शव को बैंक तक ले गया और उसने बैंक से मांग की कि महेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके बैंक अकाउंट से पैसे जारी किए जाएं.

शाहजहाँपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि महेश कुमार के अकाउंट में 1.18 लाख रुपये थे और ग्रामीण चाहता था कि कुमार के अकाउंट से कम से कम 20 हजार रुपये निकाल लिए जाएं.

एसएचओ अमरेन्द्र कुमार ने बताया, ‘महेश अविवाहित थे. उनके भाई की कई साल पहले मौत हो गई थी. उनके परिवार में कोई नहीं था. महेश किसी और की जमीन पर बनी एक झोपड़ी में रहते थे’.

उन्होंने महेश के पड़ोसियों के हवाले से कहा, ‘अगर किसी आदमी के पैसे का इस्तेमाल उसके अंतिम संस्कार के लिए नहीं किया जा सकता है तो फिर ये पैसे किस काम के?.

कैनरा बैंक की सिंगरियवन शाखा में शव करीब तीन घंटे तक पड़ा रहा, क्योंकि लगभग तीन घंटे तक पैसों को लेकर गतिरोध जारी रहा. शाखा प्रबंधक संजीव कुमार ने ग्रामीणों को सीएसआर फंड से 10 हजार रुपये और सिंगरियवन मुखिया ने अपनी जेब से 5 हजार रुपये दिए.

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