मौसम में उतार-चढाव जारी रहेगा। राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्चवविद्यालय पृसा के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर बिहार के जिलों में अगले 30 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। उसके बाद तराई के अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा या बूंदाबांदी हो सकती है। जिसका प्रभाव मैदानी भागों के एक- दो स्थानों पर पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में अधिकतम तापमान 36 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच और न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभाना है। सापेक्ष आद्र्रता सुबह में 45 से 55 फीसद तथा दोपहर में 25 से 30 फीसद रह सकती है। पूर्वानुमान अवधि में औसतन 10 से 14 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से पूरबा हवा चलने का अनुमान है।
मौसम विभाग के नोडल पदाधिकारी डा.ए सत्तार ने सुझाव दिया कि कोरोना के गंभीर फैलाव को देखते हुए तैयार फसलों की कटाई तथा अन्य कृषि कार्यों के दौरान भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों, व्यक्तिगत स्वच्छता, मास्क का उपयोग, साबुन से उचित अंतराल पर हाथ धोना तथा एक-दूसरे के बीच शारीरिक दूरी (अर्थात कम से कम 1 मीटर यानी 3 फीट की दूरी) बनाए रखें।
पूर्वानुमानित अवधि में 30 अप्रैल तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना को देखते हुए किसान बसंतकालीन मक्का, पिछात बोई गई रबी मक्का, प्याज, सब्जियों की फसल एवं चारा फसलों में ङ्क्षसचाई शाम में करें। ङ्क्षसचाई करते समय हवा की गति कम हो।