कोरोना काल में हर दिन रिश्ते तार-तार हो रहे हैं. खबर आती हैं कि परिजन की मौत के बाद अपनों ने मुंह फेरा, तो कहीं पिता के कोरोना संक्रमित होते ही बेटे ने शव को लेने से इंकार कर दिया. यही नहीं, दरभंगा के डीएमसीएच में भी 10 अप्रैल को यह देखने को मिला था कि एक बेटे ने पिता की मौत होने के बाद न सिर्फ शव लेने से मना किया बल्कि अंतिम संस्कार करने से भी हाथ खड़े कर दिए थे, लेकिन इस बार अपने पिता के अंतिम संस्कार को लेकर एक बेटी चर्चा में है.
इस बीच बेटियों की हिम्मत पर आज दरभंगा गर्व कर रहा है, जहां एक तरफ बेटे अपने पिता के शव को लेने से हाथ खड़े कर रहे हैं, तो वहीं एक बेटी ने अपना फर्ज बखूबी निभाया और अपने पिता का अंतिम संस्कार कबीर सेवा संस्थान के सदस्यों के साथ श्मशान जा कर पूरा किया.
क्या है पूरी घटना
पूरी घटना दरभंगा के डीएमसीएच में इलाज करवा रहे तीन बेटियों के बैक से रिटायर्ड पिता की आज मौत हो गई. तीन बेटियों में से एक बेटी अब भी कोरोना से संक्रमित है, तो वहीं जब जिला प्रशासन और कबीर सेवा संस्थान के सदस्य शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए पीपीई किट पहन कर तैयार होने लगे तो मृतक की बेटी ने साहस कर कबीर सेवा संस्थान के सदस्यों से एक पीपीई किट अपने लिए भी ले ली और पिता का खुद मुखाग्नि देने की इच्छा जाहिर की. इसके बाद उस बहादुर बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी.