अब बिहार में सफर करना और महंगा हो गया है. प्राइवेट के बाद अब इसी माह से सरकारी बसों का किराया भी बढ़ने वाला है. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने बसों का किराया बढ़ाने का प्रस्ताव परिवहन विभाग को दे दिया है. जिसके बाद अब प्रदेश में डीजल से चलने वाली सरकारी बसों का किराया बढ़ाया जाएगा. जिसका बोझ आम आदमी की जिंदगी पर पड़ेगा
बता दें कि बिहार में निगम के अधीन कुल 380 बसें हैं, जिसमें से में 360 बसों का परिचालन अभी हो रहा है. डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए निगम ने बसों का किराया बढ़ाने का निर्णय लिया है. सरकारी बसों का किराया बढ़ाने के लिए जो प्रकिया है उसके तहत निगम द्वारा प्रस्ताव राज्य परिवहन आयुक्त को भेजा जाता है
इसके बाद किराया निर्धारण कमेटी की बैठक में तय होता है कि बसों का किराया कितना बढ़ाया जाए तो निगम और यात्री दोनों के लिए सही हो. हर मामले पर विमर्श के बाद बसों का किराया बढ़ाया जाता है
बता दें कि बिहार में प्राइवेट बसों के किराए में हाल में ही वृद्धि हुई है.निजी बसों के संचालक संघ ने 20 फीसदी किराया बढ़ाया है