NEET Topper Yamuna
NEET Topper Yamuna

SUCCESS STORY: दोस्तों अभी के समय में पढाई लिखाई से बढ़कर कुछ नही है. क्योकि जीवन में कुछ पाने के लिए पढाई लिखाई करना सबसे ज्यादा जरुरी है. पढाई लिखाई हमारे जीवन का वो महत्वपूर्ण हिस्सा जिसके आधार पर हमलोग अपनी जीवन में कुछ कर पाते है. ऐसे ही कुछ कहानी है. NEET की एग्जाम में सफलता पाने वाली यमुना चंक्रधारी(Yamuna Chakradhari) की.

Yamuna Chakradhari
NEET Topper Yamuna Chakradhari

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Yamuna Chakradhari करती थी खुद से पढाई

SUCCESS STORY: यमुना चंक्रधारी(Yamuna Chakradhari) दुर्ग के एक छोटे से मोहल्ले के डूमर डीह के निवासी है. जिन्होंने बिना कही कोचिंग किये और खुद से पढाई के साथ कड़ी मेहनत कर नीट की एग्जाम में 720 में से 516 अंक लाकर अपने परिवार और अपने गाँव का नाम बुलंद कर दी है.

Yamuna Chakradhari घरेलु हिंसा झेली

SUCCESS STORY: दरअसल यमुना(Yamuna Chakradhari) की परिवार की आर्थिक स्थिति सही नही था. उनके पिता का एक छोटा सा ईट का भट्ठे चलाकर कैसे भी कर के अपने परिवार का भरण-पोसन करते है. यमुना और उनके घर के सभी लोग उनके पिता के कामो में हमेसा लगे रहते है. इसी बिच थोरा बहुत टाइम निकाल कर यमुना बिना किसी सुख सुविधा के पढाई करती थी.

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Yamuna Chakradhari करती थी 6 से 7 घंटे तक काम

SUCCESS STORY: यमुना(Yamuna Chakradhari) हरदिन 6 से 7 घंटे तक अपने पिता के कामो में सहायता करती है. उसके बाद कुछ समय निकाल कर खुद से पढाई करती थी. और लगातार 4 बार असफल होने के बाद 5 वी बार में यमुना ने इस एग्जाम में सफलता प्राप्त की है. अब उनका आगे का लक्ष्य M.B.B.S के बाद M.D या M.S करने की है.

Yamuna Chakradhari बनना चाहती है डॉक्टर

SUCCESS STORY: अपने इस सफलता के बारे में यमुना(Yamuna Chakradhari) बताती है. की उनका ये डॉक्टर बनने का मन में ख्याल उनके गाँव के ही एक डॉक्टर को देखकर आई थी. यमुना कहती है की वो उन्ही की तरह जल्द ही अपने गाँव की लोगो की सेवा करेगी. और उन्होंने यह भी कहा की बहुत जल्द वो अपने इस सपने को पूरा कर के दिखाएंगी.