बोधगया नगर पंचायत क्षेत्र के न्योतापुर के जानी बिगहा में भगवान बुद्ध की सौ फीट लंबी महा परिनिर्वाण मुद्रा में मूर्ति लगेगी।
इसे शयन मुद्रा भी कहते है। फाइबर से निर्मित यह मूर्ति अपने तरह की पहली मूर्ति होगी।
इसका निर्माण 2019 से कोलकाता में बुद्ध इंटरनेशनल वेल्फेयर मिशन करवा रही है।
इस मुद्रा में भगवान बुद्ध की यह मूर्ति विश्व की सबसे लंबी मानी जा रही है।
बुद्ध पूर्णिमा 26 मई 2021 को इस मूर्ति को विधिवत स्थापित की जाएगी।
इसे कोलकाता में मूर्तिकार मिंटू पाॅल व उनके साथ 22 शिल्पकार बना रहे हैं।
इसे टुकड़ों में बोधगया में लाकर, स्टील व सीमेंट के बने फ्रेम में लगाया जाएगा।
मुस्कुराता है चेहरा : मूर्ति में दाहिने हाथ पर सिर टिका है। सिर उत्तर दिशा में रहेगा और वे पश्चिम दिशा में देखते पर दोनों आंखें बंद हैं और चेहरे पर शांत भाव व दोनों होंठ एक दूसरे से सटे के साथ मुस्कान है। कान लंबे व बाल घुंघराले और शरीर पर चीवर है।
बायां हाथ शरीर पर टिका है।