बिहार के नेशनल हाईवे को अब टेक्नोलॉजी से भी जोड़ा जा रहा है. सभी एनएच पर ऑटोमैटिक रडार गन लगाया जायेगा. ऑटोमैटिक रडार गन एक ऐसी मशीन है जो एनएच पर गति सीमा से ज्यादा स्पीड से चलने वाले गाडी की पहचान करती है. अब यह मशीन बिहार के सभी हाईवे पर लगेगी. जो भी वाहन ओवर स्पीड से चलेगी. उनका चालान आटोमेटिक कट जायेगा. और उस वाहन मालिक को ऑनलाइन एसएमएस के जरिये चालान की सुचना भेज दी जाएगी.

ऑटोमैटिक रडार गन बिहार के सभी हाईवे पर लगाये जायेंगे. प्रत्येक 8 से 10 किलोमीटर पर यह मशीन लगा रहेगा. विशेष ध्यान उन गाड़ियों को दिया जायेगा जो हमेशा अपने गति सीमा से ज्यादा तेज चलते है. जिन एनएच पर ज्यादा घटना होता है वहाँ इस मशीन से 24 घंटे निगरानी की जाएगी. इन्ही मार्ग पर विशेष ध्यान दिया जायेगा.
गति सीमा से जयादा जाती हुई वाहन को यह मशीन तुरंत पता कर लेता है. फिर उस गाडी का नंबर रिकॉर्ड कर लेता है. वाहन का नंबर मिलते ही वाहन मालिक का पता चल जाता है. फिर तय राशी का चालान बना कर वाहन मालिक के मोबाइल पर एसएमएस के जरिये भेज दी जाती है. फिर इस व्यक्ति को चालान का भुगतान करना होता है.
बिहार में ऐसे 5 एनएच है जहाँ इस मशीन का लगना बहुत जरुरी है.
- एनएच 31 पर नवादा, बिहारशरीफ, पटना होती हुई बेगूसराय, खगड़िया, पूर्णिया व किशनगंज पर ऑटोमैटिक रडार गन सबसे ज्यादा जरुरत है.
- फिर एनएच-28 के समस्तीपुर , मुजफ्फरपुर वाले इलाके में इस मशीन का लगना जरुरी है.
- एनएच 30
- एनएच 57