aaes

बिहार के जमुई जिले में पानी के लिए बोरिंग की जा रही थी. जमुई के बरहट प्रखंड के भट्ठा गांव में एक चापाकल बनवाने के लिए मशीन से बोरिंग किया जा रहा था. लगभग 50 फीट की गहराई तक पहुचते-पहुचते अन्दर से काला रंग का कुछ अंश निकलने लगा. ग्रामीणों के जाँच पड़ताल के बाद पता चला की यह कोयला का अंश है. तब से सभी जगह एक दावा किया जा रहा है की जमुई जिले के जमीन के निचे भारी मात्रा में कोयला का भंडार है.

Also read: बिहार के इस रूट पर 17 अप्रैल को ट्रेनें रहेंगी प्रभावित, देखें लिस्ट

जमुई जिला के लोगो ने कहा की जब भी पानी के लिए बोरिंग की जाती है. यह काला मिट्टी निकलने लगता है. जिससे यह आशंका और मजबूत हो जाती है की बिहार में कोयला का प्रचुर भंडार है. यह खबर मिलते है खनन विभाग जाँच पड़ताल में जुट है . स्थानीय डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया की जिला भर में कई जगहों पर प्राकृतिक खनिज लवन के भंडार होने के साबुत मिले है.

Also read: दरभंगा और सहरसा से दिल्ली जाना हुआ आसान, ये ट्रेन है बेस्ट

इससे पहले बिहार में जमुई में सोना के भंडार होने के संकेत मिले थे. साथ ही कुछ जगह पर लोहा भी है. अभी सम्बंधित जिला प्रशासन ने सर्वे का काम शुर कर दिया है. सोना और लोहा के बाद अब कोयला भी मिला है. इस नजरिये से बिहार में भी प्राकृतिक संसाधन अभी मौजूद है. जमीन के अन्दर भारी मात्रा में खनिज हो सकते है.

Also read: बहुत ही खास है बिहार का ये रेलवे स्टेशन, यहां सिर्फ एक्सप्रेस ट्रेनों का होता है ठहराव

Also read: बिहार में बनने जा रही है चमचमाती एलिवेटेड सड़क, खर्च होंगे 15000 करोड़