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बिहार राज्य के भागलपुर जिले में गंगा नदी के ऊपर एक और पुल का निर्माण होना है. यह पुल विक्रमशिला के ठीक सामानांतर बनेगा. भागलपुर के इस पुल को चार लेन होंगे. पिछले कई महीने से वन एवं पर्यावरण विभाग इस पुल को रोकी हुई थी. लेकिन अब बिहार वन एवं पर्यावरण विभाग ने पुल बनाने को सहमती दे दी है. विभाग ने एक एनओसी जारी कर दिया है. इसके साथ ही विक्रमशिला के समान्तर पुल बनने की सारी मुश्किलें दूर हो गई है.

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पुल निर्माण के लिए एजेंसी का चयन भी किया जा रहा है. एसपी सिंगला से एग्रीमेंट कर वर्क आर्डर जारी करने की तैयारी में विभाग जुट गया है. भागलपुर में इस पुल का निर्माण मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट हाइवे (मोर्थ) की देखरेख में होना है. हाल ही में पटना के वन एवं पर्यावरण विभाग ने एक एनओसी जारी कर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को बताया की पुल का निर्माण किया जा सकता है. इसके लिए जरुरी कागजात हासिल करके वर्क आर्डर जारी कर दिया जाए.

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बिहार के इस पुल का निर्माण अक्टूबर – नवम्बर के महीने से शुरू होना है. इसके लिए निर्माण एजेंसी को चयनित भी किया जा रहा है. कार्यपालक अभियंता अभिनव कुमार की पोस्टिंग भी भागलपुर में कर दी गई है. साथ ही सभी कर्मियों की ड्यूटी भी वही पर लगा दी गई है. समान्तर पुल निर्माण के लिए स्टाफ के लिए बरारी हाउसिंग बोर्ड कालोनी में ऑफिस भी बना दिया गया है. इस पुल को साल 2026 तक पूरा कर लिए जाने का अनुमना है.

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इस पुल के टेंडर पास होने वाली कंपनी को 1460 दिनों में ( करीब 4 वर्ष ) पुल बना कर रेडी कर देना है. इस पुल का निर्माण इंजीनियरिंग प्रॉक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बनेगा. इस पुल के निर्माण के लिए टेंडर राशि 3.75 प्रतिशत ज्यादा होगा. भागलपुर में इस पुल के निर्माण में 958.38 करोड़ से 35.93 करोड़ ज्यादा यानी 994.31 करोड़ खर्च होगा.

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रैन बसेरा के लिए कुल पांच कंपनी ने अपना अलग-अलग प्रस्ताव दिया है. जिसमे से 3 एजेंसी बिहार की है , एक एजेंसी गुजरात राज्य की है और एक एजेंसी झारखण्ड की है. यह जानकारी सिटी मैनेजर रवीशचंद्र वर्मा ने दी. प्रशासन ने सभी एजेंसी का प्रस्ताव चेक करके फाइनल एजेंसी जो काम के लिए आमंत्रित करेगी.