पटना के टॉप 20 बदमाशों में शामिल रवि गोप को रिहा करने के मामले में जल्दबाजी दिखाना फुलवारी मंडल कारा के उपाधीक्षक को भारी पड़ा।
जांच रिपोर्ट के आधार पर आईजी कारा एवं सुधार सेवाएं मिथिलेश मिश्रा ने उन्हें निलंबित कर दिया है। उपाधीक्षक पर जेल गेट की व्यवस्था को दुरुस्त नहीं रखने के भी आरोप थे।
आईजी कारा एवं सुधार सेवाएं मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि उपाधीक्षक अरविंद कुमार पर कई गंभीर आरोप लगे थे।
अपराधी रवि गोप को उन्होंने बाकी कैदियों के मुकाबले पहले रिहा कर दिया था। जांच रिपोर्ट के मुताबिक उस दिन अन्य कैदियों को जिस समय पर रिहा किया गया उससे पहले रवि गोप को उन्होंने छोड़ दिया।
यह एक गंभीर मामला है। इसके अलावा फुलवारी मंडल कारा के गेट पर काफी अव्यवस्था फैली थी। जांच रिपोर्ट में वहां की व्यवस्था संतोषजनक नहीं पाई गई।
इन्हीं आरोपों में उपाधीक्षक अरविंद कुमार को निलंबित कर दिया गया है।