आज की हमारी यह प्रस्तूति एक ऐसे युवक की है, जिन्होंने इस महामारी में इलेक्ट्रॉनिक बाइक का आविष्कार किया।
यह बाइक उन्होंने कबाड़ द्वारा निर्मित की, जो एक बार अगर चार्ज हुई तो 40 किलोमीटर की यात्रा तय कर लेगी।
प्रथमेश सुतारा की परिचय
प्रथमेश सुतारा कर्नाटक (Karnatka) से ताल्लुक रखते हैं और वह 10वीं कक्षा के छात्र हैं।
उनके पिता इलेक्ट्रिशियन हैं और इससे ही उनका गुजारा होता है।
उन्होंने जब यह देखा कि उनका बेटा कबाड़ द्वारा एक ऐसी बाइक का निर्माण किया है, जो चार्ज होने के बाद चलती है, तो वह आश्चर्यचकित हो गए और अपने बेटे पर फख्र महसूस किया।
एक बार चार्ज होने के बाद चलती है 40 किलोमीटर
उन्होंने इस बाइक के निर्माण में लीड (Lead) एसिड 48 वोल्टेज मोटर की सेल का उपयोग किया।
इसके साथ-साथ उन्होंने 750 वाट के मोटर का भी उपयोग किया।
इस सभी सामग्रियों द्वारा ही उन्होंने चार्ज करने वाली मोटर बनाई।
गरीब के लिए किया बाइक का निर्माण
उन्होंने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी कि जिस तरह पेट्रोल और डीजल का दम बढ़ रहा है, आम आदमी इसका उपयोग नहीं कर पा रहा है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने गरीब की सहायता के लिए चार्जिंग वाली बाइक बनाई है।