बिहार में मानसून को लेकर एक बहुत ही बड़ी खबर है. बता दे की हिंद महासागार की गर्मी का असर मानसून सीजन पर दिखाई देगा। इस बार बिहार में बारिश कम नहीं होगी। इतना ही नहीं मानसून भी समय से आएगा। हिंद महासागार में एक्टिव लानीना (गर्मी) के कारण मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पूरे देश में मानसून समय से आएगा और बारिश सामान्य या सामान्य से अधिक हो सकती है। आइए जानते हैं कि इस बार कैसी होगी बिहार में बारिश…
जानिए मानसून का कैसे होता है निर्धारण : आपको बता दे की मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार सिंह का कहना है कि हिंद महासागर में सरफेस पर गर्मी के कारण प्रभाव पड़ा है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि हिंद महासागर में जब लानीना एक्टिव होता है तो मानसून प्रभावी होती है। लानीना का मतलब गर्मी से है, गर्मी के कारण ही मानसून का निर्धारण होता है, लेकिन हिंद महासागर में जब अलनीना एक्टिव होता है यानि ठंड होती है तो कम बारिश होती है। ऐसी ही स्थिति में सूखा पड़ता है।
बिहार में 13 से 15 जून के बीच मानसून की एंट्री : खास बात यह है की मौसम विभाग के जानकारों का कहना है कि इस बार मानसून को लेकर जो स्थितियां बन रहीं हैं, इससे यह साफ है कि इस बार बारिश पूरी तरह से सामान्य होगी। मानसून भी 13 से 15 जून के बीच अपने समय से आ जाएगा। वर्ष 2021 में बिहार में 13 जून को यास तूफान के कारण बिहार में जमकर बारिश हुई थी।