केन्द्र की मोदी सरकार ने मिथिला वासियों को एक बहुत ही बड़ा तोहफ़ा दिया है. बता दे की मिथिलांचल में प्रस्तावित नेशनल हाइवे की मंजूरी केंद्र सरकार ने दे दी है। धार्मिक गलियारा के तहत उमगांव से महिषी तक बनने वाली सड़क की बजटीय स्वीकृति केंद्र सरकार ने दी है। इसके अलावा अन्य दो सड़कों की भी बजटीय स्वीकृति मिल गई है। 4000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली इन सड़कों की मंजूरी की जानकारी केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर दी है। इस मंजूरी के साथ ही अब इन सड़कों के बनने का रास्ता साफ हो गया।

आपको बता दे की भारतमाला धार्मिक संपर्क योजना के तहत उच्चैठ भगवती स्थान से महिषी तारास्थान को जोड़ने की घोषणा प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए घोषित विशेष पैकेज में की थी। उस घोषणा के तहत उमगांव से बासोपट्टी-बेनीपट्टी-रहिका-मधुबनी-रामपट्टी-अवाम-लऊफा-भेजा-सुपौल-महिषी-सहरसा के बीच 160 किलोमीटर एनएच बनाने का प्रस्ताव था। पथ निर्माण विभाग ने इसमें संशोधन करते हुए अवाम से मधेपुर-गंडौल को जोड़ते हुए 171 किलोमीटर एनएच बनाने का प्रस्ताव दिया जो संशोधित होकर 180 किलोमीटर हो गया।

बताया जा रहा है की इसी एनएच में 20 किलोमीटर मिसिंग लिंक को जोड़ने के लिए कोसी नदी पर भेजा-बकौर के बीच एक 10 किलोमीटर से अधिक लंबा पुल बनाया जा रहा है जो देश की नदियों पर बनने वाला सबसे लंबा पुल है। इस योजना के तहत एनएच-227 एल के उमगांव जंक्शन के पास मधुबनी में हटवारिया से कलुआही तक, एनएच -227जे में सहरघाट से रहिका मधुबनी तक, एनएच-527ए के रहिका से रामपट्टी मधुबनी बाइपास तक और एनएच -527ए के बिदेश्वरस्थान से भेजा तक सड़कों का पुनर्वास, उन्नयन और पेब्ड शोल्डर के साथ दो लेन सड़क का निर्माण होगा। इस मद में 1473.20 करोड़ खर्च होंगे।

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