जैसा की हम सब जानते है की भारत में सबे की खेती (Apple Farming) सामान्य तौर पर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में होती है. धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ रहा है और अब बिहार में सेब की खेती होगी। सेब किसानों की आय बढ़ाएगा। बिहार में सेब की खेती की संभावना को देखते हुए कृषि विभाग ने इस साल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बिहार के 7 जिलों में सेब की खेती की योजना शुरू की है. जिसमें बिहार के कई जिले शामिल है, जहां पर बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश की किसान हरीमन शर्मा प्रसाद के द्वारा एक ऐसी प्रजाति विकसित की गई है, जो गर्म प्रदेश में भी बंपर फल देगी और यह प्रजाति का नाम हरमन 99 रखा गया है, और कृषि विभाग के पायलट प्रोजेक्ट के तहत इन बिहार के 7 जिलों में सेव की खेती की योजना शुरू कर दी गई है।
इन ज़िलों में शुरू की गई खेती : आपको बता दे की जिन 7 जिलों में सेब की खेती शुरू की गई है उसमे से बिहार के वैशाली, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, कटिहार और भागलपुर शामिल है। इन जिलों में 1 हेक्टेयर में खेती कराई जाएगी। प्रति एकड़ सेब की खेती लागत की बात करें 55 हजार रुपए की आती है। किसानों को प्रशिक्षण के बाद 220 रुपये प्रति पौधा उपलब्ध कराया है।
जानिए कब और कैसे आते हैं फसल : बताते चले की हरीमन 99 किस्म की पौधे से 15 नवंबर से 15 फरवरी के बीच पौधे लगाया जाता है। जिसके 2 वर्ष के बाद फूल आने लगते हैं, दिसंबर जनवरी में फूल लगते हैं, और मई-जून में फसल तैयार होने लगते हैं। फल बाजार में आने की बात करें तो मई और जून में फल बाजार में आने लगती है, जिसकी कीमत किसान को 200 रुपए प्रति किलो तक मिलेगी।