बिहार के लोगों लिए एक बहुत ही जरूरी खबर. बता दे की राजधानी पटना में बढ़ते प्रदूषण को देकते हुए जिला प्रशासन ने नया नियम जारी कर दिया है. एक अप्रैल 2022 से राजधानी की सड़कों पर डीजल बस और ऑटो का परिचालन बंद होने जा रहा है. प्रशासन इसके लिए वाहन चालक को पहले ही निर्देश दे दी थी जिसके बाद आज से यानी कि 1 अप्रैल से राजधानी पटना में डीजल से चलने वाले सभी बस और ऑटो पर बैन लगा दिया गया है। वही किस बैन के बाद ऑटो और बस चालकों में खलबली है जिसके बाद ऑटो संघ ने सरकार की इस निर्णय का विरोध किया है।
बताते चले की पहले ही बिहार सरकार की तरफ से यह निर्देश दे दिए गए थे इसके साथ-साथ इधर संघ ने डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों को सीएनजी में बदलने के लिए और समय देने की मांग की है। वही ऐसा न करने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी घोषणा की गई है। संघ की तरफ से यह भी कहा गया है कि डीजल से चलने वाले ऑटो को सीएनजी में बदलने के लिए सरकार को आगामी 3 महीना का अनुदान योजना को लागू करनी चाहिए, ऐसा नहीं करने पर संघ हड़ताल पर जाने का विवश होगा।
खास बात यह है की अभी कई हजार वाहन सीएनजी में बदल चुका है। इसके बावजूद भी अभी राजधानी पटना में 20,000 से ज्यादा ऑटो डीजल व पेट्रोल से चलती है इसके साथ-साथ डीजल से चलने वाली करीब 130 नगर बस सेवा और पथ परिवहन के 130 बस भी राजधानी पटना के सड़क पर दौड़ रही है इन पर अप्रैल से कार्रवाई शुरू की जाएगी.