बिहार में 23 मार्च की रात को एक बहुत ही बड़ी राजनीतिक उल्टफेर हुआ है. बता दे की विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान पार्टी से तीनों विधायकों के जाने पर उन्हें शुभकामना दी. बता दे की सहनी ने कहा कि तीनों विधायक जहां रहें ठीक रहें. बीजेपी के 74 विधायक बनाने में हमारा योगदान. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी. अब 77 विधायक हो गए हैं. बिहार अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) को भी बधाई.
आपको बता दे की सबसे अहम सवाल पर कि क्या सहनी मंत्री पद से इस्तीफा देंगे इसपर उन्होंने सीधे कहा कि वो ऐसा नहीं करेंगे. सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को तय करना है कि उनकी सरकार में मंत्री कौन रहेगा. चाहें तो मुझे हटा दें. उन्होंने कहा कि संजय जायसवाल को वीआईपी-बीजेपी के गठबंधन की कोई जानकारी नहीं थी. बीजेपी के आलाकमान से बातचीत कर मैंने गठबंधन किया. 18 साल की उम्र में मुंबई गया. भोजपुरी और अन्य फिल्मों के लिए काम किया. सब कुछ था फिर भी जनता के लिए और बिहार के लिए राजनीति में आया.
हक के लिए लड़ता रहूंगाः सहनी : वही मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद समाज को एससी या एसटी कैटेगरी में आरक्षण की मांग मैंने की इसलिए बीजेपी नाराज हुई. जातीय जनगणना की मांग की उसके लिए भी बीजेपी हमसे नाराज हुई. निषाद का बेटा हूं. अपने समाज के हक के लिए लड़ता रहूंगा. सन ऑफ मल्लाह हूं. बीजेपी को पता चल जाएगा कि मेरे पीछे बड़ा जन समर्थन है. जबतक सांस चलेगी मैं अति पिछड़ा के लिए लड़ता रहूंगा. किसी से डरने वाला नहीं.