फेंकी गई सभी दवाइयों की एक्सपायरी डेट में अभी था समय
अस्पताल परिसर में मैटरनिटी वार्ड के पीछे बच्चों और प्रसूताओं को दी जाने वाली एल्बेंडाजोल, आयरन, फोलिक एसिड, फेरस सल्फेट आदि दवाइयां नाली में फेंकी हुई मिली।
फेंकी हुई सभी दवाइयों का एक्सपायरी डेट छह महीने से लेकर दो साल तक बची हुई थी। इन दवाइयों को किसने और क्यों फेंका इस सवाल पर अस्पताल प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है।
अधिकारी बोले- दवाएं फेंका जाना गंभीर मामला
स्टोरकीपर (फार्मासिस्ट) रामरूप दास की मानें तो जो भी दवाइयां फेंकी हुई मिली हैं, उन दवाओं का वितरण ग्रामीण इलाके में आशा दीदियों की ओर से किया जाता है।
इस मामले में अपर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि जरूरी दवाइयों को अस्पताल परिसर में ही नाली में फेंका जाना गंभीर मामला है।
मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. मीना कुमारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो सका।