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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कृषि रोड मैप का असर अब दिखने लगा है. मक्का, धान के बाद अब बिहार प्याज उत्पादन में भी अपने पुराने सारे रिकार्ड तोड़ डाले हैं. इतना ही नहीं भारत के प्याज उत्पादन में बिहार ने चौथे स्थान पर कब्जा कर लिया है. इसके साथ ही देश भर के प्याज उत्पादन में बिहार की कुल हिस्सेदारी लगभग छह फीसदी हो गई है. निश्चित तौर पर बिहार (Bihar) जैसे राज्य के लिए ये बड़ी खबर है, जहां कई बार प्याज की किल्लत की खबर आती है. बिहार में लगभग 58 लाख हेक्टेयर खेत में प्याज की खेती होती है और लगभग 13 से 14 लाख टन प्याज का उत्पादन होता है.

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आपको बता दे की कल तक प्याज आयात करनेवाला बिहार आज प्याज निर्यात कर रहा है. बिहार का प्याज़ देश के दूसरे राज्यों के साथ-साथ विदेश में भी जा रहा है. बांग्लादेश में तो बिहार के प्याज की काफी डिमांड है. फिलहाल बिहार का प्याज़ देश के दूसरे राज्यों के साथ-साथ बांग्लादेश में भी निर्यात होता है जहां बिहार के प्याज का काफी डिमांड है. बता दे की बिहार के कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस बात को लेकर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि प्याज़ का बढ़ता उत्पादन बिहार में कृषि के विकास को दर्शाता है.

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बिहार के कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्याज़ के उत्पादन बढ़ने से किसानों को बड़ा फ़ायदा तभी होगा जब प्याज़ के भंडारण की समुचित व्यवस्था होगी. किसानों का प्याज बर्बाद ना हो इसका हम लोग सबसे पहले व्यवस्था कर रहे हैं. इसके लिए सरकार निवेशकों को प्रोत्साहित भी करेगी. फिलहाल बिहार के दो ज़िले पटना और शेखपुरा को जोड़ा गया है. वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना से जुड़े फ़ूड विशेषज्ञ रितेश कुमार बताते हैं कि प्याज़ से जुड़े प्रोडक्ट जैसे प्याज़ का पाउडर और पेस्ट का बाज़ार में ज़बरदस्त मांग है.

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