बिहार की राजधानी पटना के महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं में शामिल बिहटा एलिवेटेड रोड के निर्माण की समस्याओं का समाधान अगले महीने होने की संभावना है. पटना हाइकोर्ट के आदेश के बाद बिहार के मुख्य सचिव की देखरेख में रेलवे, एनएचएआई और पथ निर्माण विभाग समस्याओं का समाधान निकालने में जुटे हुए हैं और निष्कर्ष के अंतिम पड़ाव पर हैं. इस सड़क परियोजना में एलाइनमेंट में परिवर्तन के कारण जमीन अधिग्रहण की समस्या है. इसे दूर करने के लिए रेलवे करीब 22 एकड़ जमीन देने पर सहमत हो गया है. इसमें से करीब 10 एकड़ जमीन देने की पहले रेलवे की तरफ से मंजूरी मिल चुकी थी.
जमीन भी मिलने की प्रक्रिया शुरू होगी : आपको बता दे की अब नई सहमति के बाद रेलवे की तरफ से करीब 12 एकड़ जमीन भी मिलने की प्रक्रिया शुरू होगी. खबरों की माने तो पटना हाइकोर्ट में सुनवाई की अगली तारीख पर इस सड़क परियोजना के ठोस समाधान के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है. यदि फरवरी महीने में सब कुछ सहमति बन जाएगी तो निर्माण एजेंसी के चयन के लिए भी फरवरी के अंत या मार्च के पहले सप्ताह में टेंडर जारी होने की संभावना है. नए समाधान को ढूंढने में परियोजना लागत में करीब 25 से 30 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होने की भी संभावना जताई जा रही है.
पटना से बक्सर आने जाने में भी सुविधा होगी : पहले से इसका निर्माण लागत करीब तीन हजार करोड़ रुपये अनुमानित है. एलिवेटेड रोड बन जाने के बाद दानापुर से बिहटा की दूरी लोग महज 20 मिनट में लोग तय कर पाएंगे. अभी इसकी दूरी 20 किलोमीटर है. अभी के समय में यहां लोगों को भारी जाम और कई मोड़ के कारण घंटों जूझना पड़ता है, खासतौर से शादी के समय में यहां लंबा जाम रहता है. इसके साथ ही पटना से बक्सर आने जाने में भी सुविधा होगी.