बिहार बोर्ड पिछले बार की तरह इस बार भी अपने समय पर परीक्षा ले रहा है | बता दे की 12वीं की परीक्षा इस बार 1 फरवरी से होनी है | उसी को लेकर बिहार बोर्ड ने इस बार इंटर की परीक्षा देने वाले छात्रों को इस ठंड में भी चप्पल या सैंडिल पहनकर आना होगा। बोर्ड ने जारी किए एडमिट कार्ड में स्पष्ट निर्देश दिया है कि परीक्षा भवन में जूता-मोजा पहनकर आना वर्जित है। पहनकर आने पर परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर की बोर्ड परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। एक फरवरी से परीक्षा शुरू होगी। बोर्ड ने इसके लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। स्कूलों व कॉलेजों ने एडमिट कार्ड परीक्षार्थियों को बांटना शुरू कर दिया है। एडमिट कार्ड में निर्देश पढ़कर परीक्षार्थी यह सोचकर परेशान हो रहे हैं कि इस कड़ाके की ठंड में आखिर वह परीक्षा देने केंद्र तक कैसे जायेंगे। तीन घंटे तक परीक्षा भवन में ठंड कैसे बर्दाश्त करेंगे।
आपको बता दे की परीक्षार्थियों का कहना है कि ठंड से तबीयत खराब होगी तो परीक्षा छूटेगी और एक साल बर्बाद भी हो सकता है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि पहले भी इस तरह के निर्देश जारी हुए थे, लेकिन ठंड को लेकर जूता और मोजा पहनकर जाने की छूट दी गई थी। अभी परीक्षा में समय है। इसी तरह ठंड रही तो विभाग को इस संबंध में अनुरोध किया जायेगा।
बीमार हो सकते है बच्चे : जानकारी के लिए बता दे की चिकित्सक डॉ. शांतनु घोष ने कहा कि बिना जूता-मोजा पहनकर इस सर्दी में घर से परीक्षा केंद्र तक आना काफी नुकसानदायक हो सकता है। छात्र- छात्राओं को सर्दी, खांसी, बुखार आदि हो सकता है। यदि नकल रोकने के लिए किया गया है तो केंद्र पर जूता रखने की व्यवस्था हो, ताकि घर से केंद्र तक बच्चे जूता पहनकर आ सकें और परीक्षा कक्षा में मोजा चप्पल पहनकर परीक्षा दे सकें।