apanabihar.com13

इस वर्ष बिहार की लगभग 35 हजार किलोमीटर सड़कों की सुरक्षा ऑडिट की जायेगी. ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर सड़कों में आवश्यक सुधार किये जायेंगे , ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके. ऑडिट का काम एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण), पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से किया जायेगा.

एनएचएआई के अधीन होना है ऑडिट : आपको बता दे की एनएचएआइ के अधीन 2649 किलोमीटर सड़कों का ऑडिट किया जाना है. एनएचएआइ ने अब तक 1248 किलोमीटर ऑडिट का काम पूरा कर लिया है. इस साल 1360 किलोमीटर नेशनल हाइवे का ऑडिट किया जाना है. एनएचएआइ को इस बाबत बिहार सरकार ने आवश्यक निर्देश दिया है ताकि तय समय में रोड सेफ्टी ऑडिट का काम पूरा हो जाये.

पथ निर्माण विभाग के अधीन होगा ऑडिट : मीडिया रिपोर्ट की माने तो पथ निर्माण विभाग के अधीन 21 हजार 774 किलोमीटर सड़कों का ऑडिट कराया जायेगा. विभाग के अधीन 2826 किमी एनएच का ऑडिट होना है. इनमें से 905 किलोमीटर का ऑडिट हो चुका है. स्टेट हाइवे में 3713 किलोमीटर का ऑडिट किया जाना है. इसमें से 1624 किलोमीटर का ऑडिट हो चुका है, जबकि वृहद मध्यम सड़कों (एमडीआर) में 15 हजार 195 किलोमीटर का ऑडिट किया जाना है. इसमें से अब तक 336 किलोमीटर का ऑडिट कर लिया गया है.

16 हजार किलोमीटर से अधिक का ऑडिट होना बाकी है : बता दे की विभाग के अधीन कुल 21 हजार 774 किलोमीटर सड़कों में से 2865 किलोमीटर ऑडिट का काम पूरा कर लिया गया है. बाकी 18 हजार 868 सड़कों का ऑडिट होना बाकी है. वहीं , ग्रामीण कार्य विभाग के अधीन 25 हजार किलोमीटर सड़कों का ऑडिट किया जाना है. ग्रामीण सड़कों में पांच किलोमीटर से अधिक लंबी होने पर ही उसका ऑडिट किया जा रहा है. अब तक 85 सौ किलोमीटर ऑडिट का काम पूरा कर लिया गया है. बाकी 16 हजार किलोमीटर से अधिक का ऑडिट होना बाकी है.

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.