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बिहार के सात रेलवे स्टेशन को वर्ल्डक्लास का रूप दिया जाएगा | बता दे की सीतामढ़ी, बरौनी, दरभंगा समेत पूर्व मध्य रेल के पांच स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। बिहार के तीन स्टेशनों के अलावा चौथा स्टेशन धनबाद और पांचवां स्टेशन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन है। स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत पहले से विकसित किए जाने वाले स्टेशनों के अलावा इन पांच स्टेशनों के चयनित होने से कुल 10 स्टेशन विश्वस्तरीय होंगे।

आपको बता दे की पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि सीतामढ़ी, दरभंगा, बरौनी, धनबाद और पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन समेत जोन के कुल 10 स्टेशनों का पुनर्विकास कर विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। पहले से गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय एवं सिंगरौली स्टेशनों को विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने की पहल शुरू की जा चुकी है। स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) करेगा।

खबरों की माने तो स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के 10 स्टेशनों में सात स्टेशन बिहार के होंगे। बिहार के गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, बरौनी और दरभंगा रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक व विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। इसके अलावा झारखंड के धनबाद, यूपी के डीडीयू और मध्यप्रदेश का सिंगरौली रेलवे स्टेशन शामिल है।

बताया जा रहा है की इन स्टेशनों पर यात्रियों को संरक्षा, बेहतर एवं सुखद यात्रा अनुभव तथा विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन की बेहतर सुविधा होगी। इन स्टेशनों पर रेलवे की जमीन पर मॉल और मल्टीपर्पस बिल्डिंग का भी प्रस्ताव है। स्टेशन का विकास सौर ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता उपकरण और ‘हरित इमारत’ मानकों का ध्यान रखकर होगा।

खास बात यह है की प्रवेश व निकास द्वार अलग-अलग होंगे। स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट एवं प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट लगाए जाएंगे। यात्रियों को खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट की सुविधा होगी। वरिष्ठ नागरिक के लिए अलग से सुविधा होगी। दिव्यांगजनों के लिए रैम्प, ब्रेल लिपि होगी ताकि उनका सफर भी बेहतर हो।

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