बिहार के लोगो के लिए खुशखबरी है | बता दे की बिहार के भोजपुर जिले के गड़हनी, देवढ़ी स्थित बिहार डिस्टलरीज एण्ड बाटलर्स कंपनी से एशिया में सबसे अधिक एथेनाल का उत्पादन होगा। यहां प्रति दिन चार लाख लीटर एथेनाल का उत्पादन होगा। अगले साल मार्च से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पहले से भी कंपनी ढाई लाख लीटर प्रतिदिन एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ईएनए) का उत्पादन करती है।
आपको बता दे की भोजपुर जिला अब एशिया का सबसे बड़ा एथेनाल उत्पादन कम्पनी बनेगा पेट्रोलियम कंपनियों को एथेनाल की आपूर्ति किए जाने को ले एक्सप्रेशन आफ इंटरनेस्ट जो जारी किया गया है। उसमें एथेनाल उत्पादन बनाने का जिम्मा बिहार में 10 नई कंपनियों को मिली है। इसके पहले छह कंपनियां एथेनाल का उत्पादन के लिए लाइसेंस मिली थी। भोजपुर की कंपनी की क्षमता बिहार ही नहीं |
बताया जा रहा है की एशिया के सबसे अधिक एथेनाल बनाने वाली चंड़ीगढ़ डिस्टीलरी व बोटलर्स कंपनी से भी अधिक होगी। चंड़ीगढ़ की कंपनी ढाई लाख लीटर प्रतिदिन उत्पादन करती है। एथेनाल उत्पादन के लिए कंपनी की ओर से जिले में ढाई सौ करोड़ रुपये निवेश किया गया है। इससे बिहार सरकार को प्रतिमाह तीन करोड़ 40 लाख रुपये राजस्व की प्राप्ति होगी। ।
कैसे बनेगा एथेनाल : बिहार के भोजपुर जिले में एथेनाल बनाया जाएगा वही बिहार के भोजपुर, रोहतास, कैमूर व बक्सर जिले में धान की फसल बहुत की जाती है इसीलिए इस जिले को धान की कटोरा भी कहा जाता है | यहां राइस मिल से भारी मात्रा में चावल बनाए जाते हैं। चावल के अवशिष्ट जो चावल के छोटे टुकड़े होते हैं। उसकी कीमत बाजार में नहीं के बराबर है। हालांकि पहले से भी कंपनी उपरोक्त जिलों से कच्चा माल प्राप्त करते रही है। बताते चलें कि एथेनाल का उत्पादन गन्ना, चावल व सड़ा भोजन होता है। एथेनाल का बाजार में कीमत 55 रुपये प्रति लीटर है। इस पर सरकार को जीएसटी की प्राप्ति होती है |