बिहार की राजधानी पटना से बेतिया जाना अब आसान हो जाएगा. बिहार में नए एनएच-139 डब्ल्यू पटना से बेतिया तक फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा. जिसकी लंबाई 167 किलोमीटर के करीब होगी. इसका निर्माण पांच चरणों में किया जाएगा. बताया जा रहा है की सड़कों का निर्माण 2023 तक पूरा होने की संभावना है. वहीं 2025 तक इस मार्ग में पड़ने वाले जेपी सेतु के बगल में नए फोरलेन पुल के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य है. दूसरी ओर अक्टूबर 2022 तक पटना-गया-डोभी सड़क निर्माण को पूरा करने की संभावना है. इन दोनों सड़कों के बनने से बुद्धा सर्किट का निर्माण पूरा हो जाएगा.
बताया जा रहा है की बिहार की राजधानी पटना से बेतिया तक नए एनएच को पांच चरण में बनाने के लिए अलग-अलग टेंडर कर निर्माण एजेंसी को चुना जाएगा. यह सड़क पटना एम्स के पास से शुरू होगी और बकरपुर, मानिकपुर एवं साहेबगंज, अरेराज को जोड़ते हुए बेतिया के समीप एनएच-727 तक जाएगी. जिससे पटना के साथ ही बिहार के वैशाली, मुजफ्फरपुर, सारण, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों को भी फायदा होगा. केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद टेंडर के माध्यम से निर्माण एजेंसी का चयन करके काम शुरु हो जाएगा.
आपको बता दे की पहले चरण में पटना एम्स से बकरपुर तक करीब 21.4 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क बनाई जाएगी. इसके तहत जेपी सेतु के बगल में फोरलेन पुल का निर्माण किया जाएगा. जिसकी लंबाई करीब साढ़े पांच किमी होगी. इस पुल के लिए बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने डीपीआर का निर्माण कर लिया है. वहीं चौथे चरण में साहेबगंज से अरेराज तक करीब 39.6 किमी लंबाई में सड़क बनाई जाएगी. पांचवे चरण में अरेराज से बेतिया तक करीब 25 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण होगा. इसके लिए नंवबर में टेंडर निकलने की संभावना है.