बिहार की राजधानी पटना में रहने वालेलोगों के लिए यह बहुत ही बड़ी खबर है. बता दे की पटना में बड़ा थोक मछली बाजार बनेगा। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा विकास योजना के तहत बाजार के निर्माण पर खर्च की राशि नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड के माध्यम से दी जाएगी। एक एकड़ की जमीन पर मछली बाजार विकसित करने पर 7 करोड़ खर्च होंगे। आपको बता दे की थोक मछली बाजार निर्माण के लिए के लिए एम्स के पास फुलवारीशरीफ में एनएफडीबी के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। हालांकि एनएफडीबी ने सलाह दी है कि चार एकड़ जमीन की उपलब्धता हो तो 50 करोड़ की लागत से बड़ा थोक मछली बाजार का निर्माण होगा। थोक बाजार में मछली की नीलामी (ऑक्शन) के लिए बड़ा हॉल होगा।
बताया जा रहा है की व्यापारियों और ट्रक चालकों आदि के लिए विश्रामगृह होगा। मछली को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज होगा। बर्फ और पानी की पर्याप्त सुविधा रहेगी। पहुंच सड़क, परिसर में पर्याप्त कमरा और अन्य आवश्यक सुविधा भी रहेगी। बता दे की बिहार के भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा, मुंगेर सहित 9 प्रमंडलीय मुख्यालयों में भी 2-2 करोड़ की लागत से होलसेल मार्केट होगा। पशु व मत्स्य संसाधन विभाग ने राज्य में पंचायत से लेकर प्रमंडल मुख्यालय तक मछली मार्केट बनाने का लक्ष्य रखा है।
मछली का चोइटा (चोइया) सुखाने की भी सुविधा रहेगी : जानकारी के लिए बता दे की प्रखंड मुख्यालय से बचे शेष 29 जिलों में 95-95 लाख की लागत से रिटेल मार्केट भी होगा। इसमें मछुआरों को मछली बेचने के लिए आवंटन होगा। यहां भी पर्याप्त बर्फ, पानी और बिजली सहित अन्य सभी सुविधाएं रहेंगी। मछली का चोइटा (चोइया) सुखाने की भी सुविधा रहेगी, ताकि इसे भी बाहर भेज कर कमाई हो सके। इससे मछली पालकों को मछली का लाभकारी मूल्य मिलेगा, वहीं मछली खाने वालों को स्थानीय तालाब की ताजा मछली उचित कीमत पर मिलेगी। प्रथम चरण में सभी प्रमंडल मुख्यालय स्तर पर मछली का होलसेल मार्केट होगा, जबकि बचे हुए शेष 29 जिला मुख्यालय में रिटेल मार्केट बनेगा।