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राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (National bank for agriculture and rural development) नाबार्ड (Nabard) बिहार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसी के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिहार सरकार को 3 हजार करोड़ का ऋण नाबार्ड ( NABARD Give 3 Thousand Crores to Bihar) देगा. ऋण के माध्यम से विकसित बिहार, विकसित भारत के सपने को साकार किया जाएगा. आपको बता दे की नाबार्ड के जीएम ने कहा की अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों पर कुछ न कुछ प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के बावजूद भी कृषि क्षेत्र (agricultural sector) में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. यह सौभाग्य है कि मानसून (monsoon) अच्छा रहा है. साथ ही वर्तमान वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में सुधार के कई संकेत दिख रहे हैं.

बता दे की नाबार्ड के जीएम ने आगे कहा कि बिहार में कृषि क्षेत्र (agricultural sector) के लिए सक्रिय रूप से ऋण उपलब्ध कराने की आवश्यकता है. जानकारी के लिए बता दे की नाबार्ड ने कृषि और ग्रामीण विकास के लिए अहम भूमिका निभाई है. नाबार्ड जीएम डॉ सुनील कुमार ने कहा कि इसके लिए बिहार की राजधानी पटना में 28 दिसंबर को हो रहे आयोजित कार्यक्रम में विशेष रूप से चर्चा की जाएगी आगामी वित्तीय वर्ष 2022 से इसके लिए बिहार के सभी 38 जिलों के लिए प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. बता दें कि नाबार्ड राज्य सरकार को ग्रामीण आधारभूत सुविधा विकास निधि के माध्यम से राज्य में ग्रामीण आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए रियायती दर पर ऋण उपलब्ध कराता है.

जानकारी के अनुसार पिछले 4 वर्षों में ग्रामीण (Rural) आधारभूत सुविधा विकास निधि के अंतर्गत राज्य सरकार को 6964 करोड़ रुपये का वितरण किया गया है. वहीं 2020-21 के दौरान अब तक 2294 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत की गई है. नाबार्ड कौशल विकास के लिए 3 वर्षों में 4320 बेरोजगार (Unemployment) युवाओं को 149 कार्यक्रमों में 216.43 लाख अनुदान सहायता के साथ कौशल प्रशिक्षण दिया गया है.

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