पटना में जाम की समस्या और सुगम आवागमन के लिए मेट्रो एक महत्वपूर्ण साधन होगा। आने वाले दिनों में पटना मेट्रो शहर वासियों के लिए लाइफलाइन बन जाएगी क्योंकि हर साल सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोगों को शहर में चलने के लिए मेट्रो एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में होगा। बताया जा रहा है की अब पटना में मेट्रो रेल का सफर अब बेहद नजदीक होता दिख रहा है. पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का काम रफ्तार पकड़ चुका है. मेट्रो के आइएसबीटी डीपो में गेज ट्रैक बिछाने का काम जल्द शुरू होने वाला है. निर्माण एजेंसी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) की ओर से इसका टेंडर जारी कर दिया गया है.
आपको बता दे की पटना शहर में कुल 32 किलोमीटर में मेट्रो का संचालन होगा। जिसमे 18 किलोमीटर में मेट्रो अंडरग्राउड चलेगी, जबकि एलिवेटेड ट्रैक पर चलने के लिए 14 किमी एरिया चिह्नित किया गया है। वैसे तो मार्च 2023 तक मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन काम धीमी गति से चलने के कारण समय पर पूरा होने की कम उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि 2024 के अंत तक पटना में मेट्रो ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। बता दे की इसके तहत सबसे पहले मलाही पकड़ी से आइएसबीटी यानी नए बस स्टैंड (Malahi Pakadi to ISBT Patna) तक परिचालन शुरू होना है. इसको लेकर जमीन अधिग्रहण से लेकर अन्य काम तेजी से जारी है.
अभी पांच फीसदी हुआ काम
मेट्रो परियोजना के काम की शुरुआत पिछले साल हुई है। अभी मलाही पकड़ी पर काम चल रहा है। वहां से प्रथम चरण में आईएसबीटी, बैरिया तक के कोरिडोर का निर्माण होना है। आईएसबीटी के पास मेट्रो का डिपो भी बनना है। महज पांच प्रतिशत काम हुआ है।
जाम की समस्या कम होगी
बताया जा रहा है की पटना में जिस रूट पर मेट्रो का परिचालन होगा वहां पर निजी और व्यावसायिक वाहनों का सड़क से ऐसे ही दबाव कम हो जाएगा। पटना में सबसे अधिक जाम की समस्या मुख्य शहर में है। यहां मेट्रो अंडरग्राउड रहेगी इसीलिए सड़क जाम की समस्या कम हो जाएगी। अफसरों का कहना है कि प्रत्येक दो किलोमीटर में एक स्टेशन बनाया जा रहा है।