धनबाद से खुलने और गुजरने वाली ज्यादातर महत्वपूर्ण ट्रेनें पटरी पर लौट गई हैं। बताया जा रहा है की अब सिर्फ धनबाद से पटना जानेवाली सुबह की इंटरसिटी और जमशेदपुर को जोड़ने वाली स्वर्ण रेखा एक्सप्रेस की बारी है। दोनों ट्रेनें जुलाई से चल सकती हैं। धनबाद रेल मंडल ने इन ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव पूर्व मध्य रेल मुख्यालय को भेजा है। आपको बता दे की हरी झंडी मिलने पर बंद ट्रेनें फिर से पटरी पर लौट जाएंगी। इसके साथ ही धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर, धनबाद-झारग्राम मेमू और गोमो-चोपन पैसेंजर को भी चलाने की अनुमति मांगी गई है। सभी ट्रेनें पिछले साल मार्च से ही बंद हैं।
आपको बता दे की रेलवे ने देवघर से रांची क बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के फेरे बढ़ाने को लेकर भी माथापच्ची शुरू कर दिया है। रांची से 30 जून तक और देवघर से एक जुलाई तक ट्रेन चलने की घोषणा हुई थी। अब इस ट्रेन के फेरे में विस्तार को लेकर पूर्व रेलवे के अधिकारी मंथन कर रहे हैं। देवघर-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस का किराया आम ट्रेनों की तुलना में काफी अधिक है।
बताया जा रहा है की रांची से हावड़ा जानेवाली शताब्दी एक्सप्रेस से ज्यादा महंगा इस ट्रेन की एसी चेयर कार का सफर है। रेलवे ने स्पेशल बनकर चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस की एसी चेयर कार का न्यूनतम किराया ही 505 रुपये तय कर दिया है। बताते चले की किराए ज्यादा होने से इस ट्रेन को यात्री नहीं मिल रहे हैं। धनबाद रेल मंडल ने किराए में संशोधन की सिफारिश भी की है। ऐसी संभावना है कि फेरा बढ़ने के साथ ही किराए में संशोधन की भी अनुमति मिल जाएगी।