बिहार में पंचकोसी परिक्रमा के अंतिम दिन बिहार के बक्सर में लिट्टी चोखा महा प्रसाद ग्रहण करने के लिए लाखों हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बिहार के बक्सर जिले के चरित्र बन में लिट्टी चोखा बना कर दूर दराज से आए लोगों ने सुबह से ही प्रसाद ग्रहण करना शुरू कर दिया। बिहार में इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान भी किया। रामायण काल से चली आ रही मान्यता के मुताबिक, लिट्टी-चोखा का भोग सबसे पहले भगवान श्री राम को लगाया जाता है।
बताया जा रहा है की ऐसी मान्यता है कि श्रीराम यहां आने के बाद आज ही के दिन लिट्टी चोखा बना कर पंचकोसी परिक्रमा के अंतिम दिन प्रसाद ग्रहण किए थे। इसी मान्यता के आधार पर आज के दिन बक्सर में घर-घर में लिट्टी चोखा का प्रसाद बनता है और सभी ग्रहण करते हैं। बता दे की बिहार के बक्सर के लिट्टी-चोखा मेले में करीब 52 लाख का उपला (गोइठा ) बिकने की उम्मीद है। मंत्री से लेकर विधायक भी यहां आकर लिट्टी-चोखा बनाते हैं।
24 नवंबर से शुरू इस मेले के पहले दिन अहिरौली, दूसरे दिन नदांव, तीसरे दिन भभुअर, चौथे दिन बड़का नुआंव तथा पांचवें दिन चरित्रवन में लिट्टी चोखा-बना कर खाया जाता है। बताते चले की इस मेले की परिक्रमा में शामिल लोग इन पांचों स्थान पर जाते हैं। विधिवत दर्शन पूजन के बाद प्रसाद ग्रहण करते हैं।