बिहार की राजधानी में नए साल से डीजल वाली सिटी बसों के परिचालन पर रोक लग जाएगी। बताते चले की इसलिए डीजल वाली पुरानी बसों के परमिट पर नई सीएनजी बस चलाने की अनुमति दी जा रही है। साथ ही बता दे की सीएनजी बस के शोरूम मूल्य का 50 फीसद या अधिकतम साढ़े सात लाख रुपये सरकारी अनुदान मुहैया कराया जाएगा। यह अनुदान पुराने डीजल बस की जगह नया सीएनजी वाहन खरीदने पर ही दिया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दे की 85 डीजल चालित सिटी बसों के मालिकों ने 29 अक्टूबर तक आवेदन दिया है। इनमें से 50 बस मालिकों को अगले महीने पहले चरण में अनुदान मिलेगा। बता दे की इसके लिए डीएम की अध्यक्षता में गठित कमेटी की पहली बैठक हो गई है। पटना नगर निगम के लिए स्वीकृत इस योजना के लिए 15वें वित्त आयोग की राशि से 3.75 करोड़ रुपये जिला पदाधिकारी को उपलब्ध कराए जाएंगे। आपको बता दे की अनुदान पाने के लिए लाभुकों को इसका घोषणापत्र देना होगा कि नई सीएनजी बस की खरीद के बाद पुरानी डीजल बस का परिचालन पटना शहरी क्षेत्र में नहीं किया जाएगा।
योजना की शर्तें
- 16 और 24 सीटर बसों के लिए अनुदान मिलेगा।
- बस की लागत का 50 फीसदी या अधिकतम 7.50 लाख का अनुदान मिलेगा।
- पुराने परमिट पर नई सीएनजी बस चलाने की अनुमति मिलेगी।
- पुराने वाहन को शहर से बाहर चलाने के लिए लिए स्वतंत्र होंगे।
- सीएनजी बस का रंग और डिजाईन एक जैसा होगा। इसका निर्धारण परिवहन विभाग द्वारा किया जाएगा।
- सीएनजी बसों का रूट नंबर का निर्धारण परिवहन विभाग तय करेगा।
- पुरानी बस शहरी क्षेत्र में चलाने पर अनुदान राशि वसूली जाएगी।