प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर माह में शाहजहांपुर आ सकते हैं। वह जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र में सभा के साथ ही गंगा एक्सप्रेस वे पर हवाई पट्टी का शिलान्यास करने के साथ ही कई अन्य सौगात भी दे सकते हैं। बता दे की विधानसभा चुनाव की तैयारियों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी का फोकस इस इन बार उन सीटों पर भी ज्यादा है जहां पिछले चुनाव में हार मिली थी। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को उन्नाव में गंगा एक्सप्रेसवे से लिंक किया जाएगा।
बताया जा रहा है की पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के बाद अब मेरठ से बिहार तक का सफर भी अगले चार वर्षों में आसान हो जाएगा। मेरठ से प्रयागराज तक बनाए जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को बलिया तक बनाया जाना है। बलिया से बिहार राज्य की सीमा शुरू हो जाती है। बता दे की प्रदेश सरकार का लक्ष्य है पश्चिम से पूर्व तक की दूरी एक्सप्रेसवे के माध्यम से पांच से छह घंटे में पूरी हो सके। इसके लिए यूपीडा ने एक्सप्रेसवे का जाल बिछा दिया है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को उन्नाव में गंगा एक्सप्रेसवे से लिंक किया जाएगा।
आपको बता दे की गंगा एक्सप्रेसवे के लिए मेरठ में नौ गांवों की 181 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। मेरठ में भूमि क्रय की प्रक्रिया लगभग पूरी की जा चुकी है। अब मात्र 23 हेक्टेयर भूमि को क्रय किया जाना है। इसके लिए सामाजिक आद्यात की रिपोर्ट भी तैयार कर ली गई है। जिससे किसानों के बीच जाकर उन्हें एक्सप्रेसवे की खासियत बताई जा सके। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, प्रयागराज शहरों को शामिल किया गया है।