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टॉपर मृणाल कुटेरी बताते है की वे कभी केमिकल इंजीनियरिंग के इच्छुक, 9वीं कक्षा में डॉक्टर बनने का फैसला किया, जब मृणाल कुटेरी ने महसूस किया कि चिकित्सा क्षेत्र उन्हें समाज की सेवा करने का बेहतर मोका देगा। मृणाल कुटेरी ने आज जारी हुए नीट-यूजी 2021 के परिणामों में अखिल भारतीय रैंक 1 हासिल कर अपने माँ बाप का नाम रोशन किया

बता दे की मृणाल कुटेरी हैदराबाद के रहने वाले है. मृणाल कुटेरी ने NEET UG 2021 में 720 अंक हासिल किए हैं। वही मृणाल कुटेरी के पिता एचआर कंसल्टेंट हैं जबकि मां सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। मृणाल कुटेरी बताते है की अच्छी तरह से संतुलित दिनचर्या के बाद मुझे NEET UG परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली। उनका ये भी कहना है की नीट की तैयारी के दौरान मैंने अपने शौक नहीं छोड़े। इसका मतलब यह नहीं कि मैं सारा दिन देखता था। पढ़ाई के तनाव को दूर करने के लिए म्यूजिक में गिटार सबसे बेहतरीन माइंड फ्रेशनर की तरह रहा।

मृणाल बताते है की सफलता के लिए हर समय पढ़ाई जरूरी नहीं होती है। पहले मैंने भी टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई शुरू की। लेकिन बाद में बोझ लगने के कारण अपने तरीके से पढ़ाई शुरू की। उनका कहना है के वे हर 45 मिनट के बाद ब्रेक लेता थे। जो विषय जल्दी से याद होता था, उसे सबसे पहले याद करता था।

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.