बिहार के लाल निरंजन ने एक बार फिर से कमाल करके दिखाया है | UPSC में उन्होंने लगातार दूसरी बार अच्छे रिजल्ट से पास हुए है | बता दे की निरंजन बिहार के नवादा जिले के एक छोटे से गाव पकरी पकरीबरावां के रहने वाले है | बिहार के लाल निरंजन चार साल के अंतराल के बाद दूसरी आर यूपीएससी की (UPSC) परीक्षा में सफलता पाई। बिहार के बेटे निरंजन के पिता अरविंद कुमार बस स्टैंड के पास खैनी की दुकान चलाते हैं। बेटे की सफलता पर अभिभूत हैं। बिहार के लाल निरंजन ने विपरीत परिस्थितियों से जूझते हुए यह सफलता पाई है।और बिहार के नवादा जिले के रहने वाले निरंजन के परिवार के आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण उनका पढाई लिखाई अच्छे ढंग से नही हो पाटा था | बिहार के लाल निरंजन बताते है की हमें अपना पढाई का खर्चा कैसे कैसे मिलता था ये सिर्फ मै ही जानता हु | वहीँ बिहार के नवादा जिले के रहने वाले निरंजन के पिता अपने गाव में ही एक छोटे से खैनी के दुकान चलाते है |
बिहार के लाल निरंजन कोई पहली बार UPSC नहीं निकाले है बल्कि इससे पहले निरंजन ने साल 2017 में भी UPSC में सफलता प्राप्त कर 728 वां स्थान प्राप्त किया था। तब उन्हें राजस्व सेवा में नियुक्त किया गया था। तो वही अभी निरंजन कुमार दिल्ली में इनकम टैक्स अधिकारी (Income Tax officer in Delhi) के रूप में कार्यरत हैं। बस इसी के कुछ दिनों बाद निरंजन अपनी शादी किये | और वो किउछ दिनों के बाद बच्चे के बाप भी बन गए | लेकिन फिर भी वो अपनी इतनी वयस्त भरी जिंदगी से समय निकाल कर UPSC की परीक्षा में दूसरी बार शामिल हुए | लेकिन उनकी मेहनत ने रंग लायी और वे दूसरी बार UPSC के एग्जाम में 535वां रैंक लाकर इतिहास रच दिए और अपने परिवार के लिए भगवान् बन कर उभरे | जिसमे बाद उनको पुलिस विभाग में आईपीएस का पद सँभालने को मिला | बता दे की इससे पूर्व निरंजन की फैमिली एक बहुत बड़ी संकट गरीबी से जूझ रही थी |
उनकी सफलता से प्रखंड क्षेत्र में सहित उनके परिवार जनों में हर्ष व्याप्त है। सफलता पर प्रखंड के बुद्धिजीवियों छात्र जदयू के जिला उपाध्यक्ष अनीश कुमार वर्मा, कृष्णा कुमार चंचल, धर्मेन्द्र कुमार वर्मा, मंटू कुमार, प्रदीप कुमार, मुकेश कुमार सहित अन्य ने बधाई दी। सफलता की खबर आते ही परिवार के लोगों को मुबारकबाद देने का भीड़ लगा है।