प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सौगात दे दी है। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन बुधवार को पीएम ने किया। यह यूपी का तीसरा व सबसे लंबे रनवे वाला एयरपोर्ट है। कुशीनगर हवाई अड्डा सिर्फ अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी ही नहीं बल्कि दुनिया तक भारत की सांस्कृतिक गाथा और बौद्ध सर्किट तक पहुंच का बड़ा जरिया भी बनने जा रहा है।
कुशीनगर में बने अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से बिहार के 5 जिलों को भी फायदा मिलेगा। बिहार के गोपालगंज, सीवान, छपरा, पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण के लोग भी इसका लाभ उठा पाएंगे। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का लाभ आसपास के 15 ज़िलों के क़रीब दो करोड़ यात्रियों को मिल सकेगा। यह उत्तर प्रदेश का तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्ढा है। जिसकी लागत करीब 260 करोड़ रुपये है जो 589 एकड़ भूमि में बनाया गया है। बौद्ध धर्म स्थल को दुनियाभर से जोड़ने के उद्धेश्य से इसका निर्माण किया गया है।
गौरतलब है कि बिहार में कुल तीन एयरपोर्ट हैं जिनमें पटना, गया और दरभंगा शामिल है। गोपालगंज, सीवान, छपरा, पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण के लोग अब कुशीनगर एयरपोर्ट से भी हवाई यात्रा कर सकेंगे। आपकों बता दें कि कुशीनगर से बिहार के गोपालगंज की दूरी करीब 76 किलोमीटर है जिसे डेढ़ घंटे में सड़क मार्ग से तय की जा सकती है। वही छपरा से इस एयरपोर्ट की दूरी 100 किलोमीटर है जहां दो घंटे में जाया जा सकता है।